कोरबा। जिले के ग्राम पंचायत चुहिया के भटगांव में स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही से एक पहाड़ी कोरवा महिला और उसके नवजात की मौत हो गई। यह घटना न केवल चिकित्सा प्रणाली की संवेदनहीनता को उजागर करती है, बल्कि राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले इस संवेदनशील समुदाय के प्रति शासन-प्रशासन की उपेक्षा को भी सामने लाती है।
मिली जानकारी के अनुसार, गर्भवती मंगई (पति अमर सिंह) को रविवार रात प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद परिजनों ने तुरंत महतारी एक्सप्रेस 102 को कॉल कर अजगरबहार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां ड्यूटी पर मौजूद भुवनेश्वरी चंद्रवंशी ने नॉर्मल डिलीवरी कराई। डिलीवरी के तुरंत बाद महिला और नवजात दोनों स्वस्थ बताए जा रहे थे, लेकिन कुछ ही घंटों में दोनों की अचानक तबीयत बिगड़ गई और शाम करीब 5 बजे उनकी मौत हो गई।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इतने गंभीर मामले में शवों को जिला अस्पताल भेजने के लिए शाम 5 बजे तक इंतजार किया गया, और 108 एंबुलेंस से उन्हें भेजा गया। यह साफ तौर पर चिकित्सा स्टाफ की लापरवाही और संवेदनहीनता को दर्शाता है।