कुसमुंडा :- नगर पालिका परिषद बाक़ी मोंगरा वार्ड क्रमांक 25 में जारी सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाने वाले पत्रकार के विरुद्ध की गई शिकायत को लेकर पत्रकार संगठनों में आक्रोश है। छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ एवं सर्व पत्रकार एकता महासंघ के सदस्यों ने शुक्रवार को कुसमुंडा थाना पहुंचकर उक्त शिकायत को निराधार बताते हुए विरोध दर्ज कराया।
सर्व पत्रकार एकता महासंघ के जिला सचिव एवं CG ई-खबर के संपादक ओमप्रकाश पटेल ने बताया कि 30 जून को उन्हें वार्ड क्रमांक 25 के पार्षद तेज प्रताप द्वारा निर्माण कार्य में लापरवाही की मौखिक सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने के दौरान गुणवत्ता हीन कार्य, वाइब्रेटर मशीन की अनुपस्थिति और कार्यस्थल पर ठेकेदार की निगरानी का अभाव स्पष्ट दिखा। मजदूरों ने ठेकेदार का नाम दिलीप दास बताया, जबकि दस्तावेजों में उमेश राठौर का नाम दर्ज है। पत्रकार ओमप्रकाश पटेल ने इस लापरवाही की वीडियो-फोटो रिकॉर्डिंग के साथ समाचार का प्रकाशन किया। इसके कुछ ही दिनों बाद, 4 जुलाई को ठेकेदार एवं वार्ड क्रमांक 23 के पार्षद दिलीप दास द्वारा उनके विरुद्ध थाना कुसमुंडा में अवैध वसूली और छवि धूमिल करने की झूठी शिकायत दर्ज कराई गई। पत्रकार संगठनों का कहना है कि यह शिकायत पूरी तरह से बेबुनियाद है और इसका उद्देश्य गुणवत्ता हीन निर्माण कार्य को उजागर करने वाले पत्रकार की आवाज को दबाना है। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि इस तरह की झूठी शिकायतें केवल पत्रकारों की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचाती हैं, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में चौथे स्तंभ की भूमिका को कमजोर करने का प्रयास करती हैं। ऐसे ठेकेदार सत्ता कि आड़ मे विकास कार्य को ठेंगा दिखा कर कार्य करते हैं जिसका असर ए होता है कि कुछ ही महीनो मे सड़क उखड़ने लगती है और जनता परेशान होती है।
पत्रकार संगठनों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और बेवजह पत्रकारों को परेशान करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकार जनहित में कार्य करते हैं, और ऐसे दबावों में कभी झुकेंगे नहीं।