कोरबा: कोरबा जिले समग्र शिक्षा अभियान, कोरबा में जिला मिशन समन्वयक (DMC) मनोज पांडे पर एक महिला एपीसी अधिकारी ने चारित्रिक हनन, मानसिक प्रताड़ना और अत्याचार जैसे संगीन आरोप लगाए हैं। महिला अधिकारी ने छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग, जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों को लिखित शिकायत भेजी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
आरोपी DMC के कथित बयान, “संघ मेरा क्या कर लेगा, मुझे मंत्री और राज्य कार्यालय का संरक्षण है,” ने विवाद को और गहरा दिया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ, कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन और अन्य संगठनों ने कोरबा कलेक्टर, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव और राज्य परियोजना संचालक को पत्र लिखकर DMC के तत्काल निलंबन की मांग की है।
संघों का अल्टीमेटम:
संघों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की होगी। संगठनों ने उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन से भी हस्तक्षेप की मांग की है।
पहले भी विवाद:
सत्र 2022-23 में एक लिपिक द्वारा DMC पर लगाए गए समान आरोपों पर तत्कालीन बीआरसी को बिना जांच निलंबित किया गया था। सवाल उठता है कि महिला अधिकारी की शिकायत पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
धमकी का मामला:
CG ई खबर द्वारा मामला उजागर करने पर DMC ने संपादक ओम प्रकाश पटेल को मानहानि का केस करने की धमकी दी। जवाब में पटेल ने कहा, “आप स्वतंत्र हैं, जहां चाहें केस करें।”
संघों की मांग:
छ.ग. संयुक्त शिक्षक संघ, लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ और दिव्यांग कर्मचारी फेडरेशन ने संयुक्त बयान में कहा कि यदि तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे।
प्रमुख हस्ताक्षरकर्ता:
*ओमप्रकाश बघेल, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष, संयुक्त शिक्षक संघ
* जगदीश प्रसाद खरे, प्रदेश सचिव, लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ
*तरुण सिंह राठौर, महासचिव, कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन
* एस.एन. शिव, जिलाध्यक्ष, राज्य कर्मचारी संघ
*प्रकाश खाकसे, जिलाध्यक्ष, दिव्यांग कर्मचारी फेडरेशन