कोरबा एसईसीएल की खदानों से स्थानीय उद्योगों तक कोयला परिवहन में 25 प्रतिशत किराया बढ़ोतरी की मांग को लेकर सोमवार से ट्रक ट्रेलर मालिक सेवा समिति अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रही है।
इससे सुबह 8 बजे से खदान क्षेत्र में मालवाहकों के पहिए थम जाएंगे और कोयला परिवहन प्रभावित होगा। एसईसीएल की कुसमुंडा, गेवरा-दीपका, सरईपाली, मानिकपुर समेत अन्य खदानों से करीब 3 हजार मालवाहकों के जरिए कोयला का परिवहन स्थानीय व दीगर क्षेत्रों के औद्योगिक उपक्रमों तक किया जाता है। करीब 2 साल से लगातार कोयला परिवहन के लिए भाड़ा में कटौती करने से ट्रक-ट्रेलर मालिक परेशान हैं।
इसके लिए ट्रक-ट्रेलर मालिक सेवा समिति द्वारा औद्योगिक प्रतिष्ठानों से भाड़ा बढ़ोतरी के लिए चर्चा की गई, लेकिन सकारात्मक परिणाम नहीं आया। इसके बाद समिति ने एक सप्ताह पहले जिला प्रशासन से भाड़ा बढ़ोतरी के लिए उचित पहल की मांग की थी। इसमें समाधान नहीं होने पर 28 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी थी। बावजूद भाड़ा बढ़ोतरी पर कोई निर्णय नहीं हो सका।
ट्रक-ट्रेलर मालिक सेवा समिति के सचिव धनंजय सिंह के मुताबिक जिले के गेवरा-दीपका, कुसमुंडा, पाली, मानिकपुर समेत अन्य खदानों से प्रतिदिन 3-4 हजार ट्रक-ट्रेलर के जरिए करीब 35 हजार टन कोयला का परिवहन होता है। भाड़ा बढ़ोतरी की मांग को लेकर किए जा रहे अनिश्चितकालीन आंदोलन का केंद्र बिंदू कुसमुंडा खदान क्षेत्र को बनाया है, जहां तीनों गेट के सामने टेंट लगाकर प्रदर्शन किया जाएगा। आंदोलन को गेवरा-दीपका, पाली व मानिकपुर खदान से कोयला परिवहन में लगे ट्रक मालिकोंे ने भी समर्थन दिया है, जिससे उक्त खदानों में भी मालवाहक नहीं चलेंगे।