कोरबा शहर के भीड़ भाड़ वाले इलाके से एक टिप्पर रेत भरकर पानी टपकाता चला जा रहा था
निहारिका टॉकीज के समीप टिप्पर पहुंचा ही था तभी उसका एक टायर फट गया। आसपास के लोग भाग निकले उन्हें लगा कि पता नहीं क्या होने वाला है।
गायत्री मेडिकल के सामने एक टिप्पर खड़ा दिखाई देता है। टिप्पर में रेत भरी है, रेट गीली है यही कारण है की गाड़ी से पानी भी टपक रहा है। बताया जाता है की टिप्पर का टायर जोरदार धमाके के साथ फटा। वहां खड़े व गुजर रहे लोग भाग निकले। उन्हें लगा कि पता नहीं कौन सी बला आ गई है
खैर भीड़भाड़ वाले इलाके में रेतलदा टिपर देखकर स्पष्ट हो गया है की प्रतिबंध के बावजूद रेत चोर सक्रिय है । वे आराम से अपना कारोबार कर रहे हैं। इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। इस मामले में कुछ जिम्मेदार लोगों से पूछा गया तो कहा गया की रेत स्टोर करके रखी गई होगी उसे लाया जा रहा होगा। अब इन्हें कौन समझाए की टिप्पर से टपकता पानी ,उसका रंग चुगली कर रहा है कि मैं स्टोर से नहीं बल्कि सीधे नदी से निकाल कर लाया जा रहा हूं