Shaniwar Upay: जानेंगे शनिवार के दिन भगवान शनि के निमित्त किए जाने वाले विशेष उपायों की। इन उपायों तो करके आप अपने जीवन में लाभ सुनिश्चित करने में सफल होंगे। बता दें कि सूर्य पुत्र और न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं। इनकी दिशा पश्चिम है और ये कृष्णवर्ण के हैं। पंचतत्वों में से शनि देव का संबंध वायु तत्व से बताया गया है। इसके अलावा आयु, जीवन, शारीरिक बल, योग, प्रभुता, ऐश्वर्य, प्रसिद्धि, मोक्ष, ख्याति, नौकरी आदि से शनि का संबंध है। किसी व्यक्ति की जन्मपत्रिका में शनि की स्थिति में इन सब विषयों पर विचार किया जाता है।
शनि देव का वाहन गिद्ध द्वारा खींचा जाने वाला रथ है। ये धनुष, बाण और त्रिशूल धारण किये रहते हैं। सूर्य देव से पुत्र का नाता होने के बावजूद इनका छत्तीस का आंकड़ा रहता है। इसके अलावा शनि देव की पूजा के लिए शनिवार का दिन सबसे प्रशस्त है। तो चलिए जानते हैं शनिवार के दिन किये जाने वाले उपायों के बारे में।
– अगर आप कोर्ट-कचहरी से जुड़े किसी मामले में बुरी तरह से फंसे हैं और उससे पीछा छुड़ाना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन थोड़ी-सी उड़द की दाल लेकर पीपल के पेड़ के पास जमीन में दबा दें और पीपल के पेड़ के सामने दोनों हाथ जोड़कर अपनी परेशानी से छुटकारा पाने के लिए प्रार्थना करें।
– अगर आप आर्थिक रूप से बड़ा लाभ पाना चाहते हैं तो लाभ पाने के लिए शनिवार के दिन आपको एक रुपये का सिक्का लेना चाहिए। अब उस सिक्के पर सरसों के तेल से एक बिन्दु लगाइए और शनि मंदिर में रख आइए। साथ ही शनि देव से आर्थिक लाभ पाने के लिए प्रार्थना भी करिये।
– अगर आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता और उनका स्वास्थ जल्दी-जल्दी खराब हो जाता हैं, तो अपने जीवनसाथी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए शनिवार के दिन एक कटोरी में जौ को पीसकर बनाया गया सत्तू लेकर, उस पर अपने जीवनसाथी के हाथों का स्पर्श कराकर मंदिर या किसी धर्मस्थल पर दान कर दें।
– अगर आप अपने दांपत्य रिश्ते की मजबूती को बरकरार रखना चाहते हैं तो शनिवार के दिन अपने जीवनसाथी के साथ किसी साफ पानी के स्त्रोत, किसी नदी, तालाब या पोखर के पास जाएं और वहां जाकर, उस स्त्रोत के जल को दोनों हाथों में लेकर, वरुण देव का ध्यान करते हुए और अपने रिश्ते की मजबूती के लिए भगवान से प्रार्थना करते हुए, जल को धीरे-धीरे करके वापस उसी पानी के स्त्रोत में डाल दें। लेकिन अगर आपका जीवनसाथी किसी काम में व्यस्त है या आपसे कहीं दूर है, तो आप स्वयं ही साफ पानी के किसी स्त्रोत के पास जाकर अपने और अपने जीवनसाथी के निमित्त यह उपाय कर लें। अगर आप
किसी ऐसी जगह पर न जा पायें, तो घर पर ही नल का साफ पानी लेकर, उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके, वरुण देव का ध्यान करते हुए ये उपाय कर लें।
– अगर आपको लगता है कि आपके दांपत्य जीवन को किसी की बुरी नजर लग गई है और अब आपके जीवन में पहले जैसा प्यार नहीं रहा, तो नजर संबंधी समस्या से बचाव के लिए शनिवार के दिन एक मिट्टी के दिये में दो कपूर की टिकिया लेकर जलाएं और उससे पूरे घर में धूप दिखाएं। धूप दिखाने के बाद उस जलते हुए दिये को अपने घर के बाहर रख आएं।
– अगर आपके जीवन में परेशानियां का अंबार लग गया है और आप उनसे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं तो ऐसे में परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए शनिवार के दिन से शुरू करके अगले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र तक प्रतिदिन एक नीले रंग का फूल लेकर घर के बाहर किसी गंदे नाले में बहा दें। आपको यहां बता दूं कि अगला पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र 13 जून को पड़ रहा है।
– अगर आप जीवन के हर क्षेत्र में अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहते है तो शनिवार के दिन आपको जलवेतस, यानि केन के पेड़ को नमस्कार करना चाहिए, उसकी उपासना करनी चाहिए और उसकी जड़ में पानी डालना चाहिए। साथ ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि शनिवार के दिन आप जलवेतस, यानि केन के पेड़ को, उसकी लकड़ियों को या उसकी लकड़ी से बने फर्नीचर को किसी भी प्रकार की क्षति न पहुंचाएं। अगर उपासना के लिए आपको जलवेतस, यानि केन का पेड़ न मिले तो इंटरनेट से उसकी फोटो डाउनलोड करके, उसके दर्शन कर लें।
– अगर आप अपने परिवार के साथ रिश्तों को और मजबूत करना चाहते हैं, तो रिश्तों में मजबूती लाने के लिए शनिवार के दिन दही का कुछ बनाकर, पहले अपने इष्टदेव को भोग लगाएं, उसके बाद प्रसाद के रूप में वह परिवार के सब सदस्यों में बांट दें। अगर आप दही का कुछ न बना पाएं, तो केवल दही लेकर, उसमें थोड़ा-सा मीठा डालकर अपने ईष्टदेव को भोग लगाएं और बाद में उसे परिवार के सब सदस्यों में बांट दें। साथ ही स्वयं भी थोड़ा-सा प्रसाद ग्रहण कर लें।
– अगर आप अपने करियर को एक बेहतर दिशा देना चाहते हैं, तो उसके लिए शनिवार के दिन एक नया मिट्टी का बर्तन लेकर, उसमें पानी भरकर किसी मंदिर में या किसी सुपात्र ब्राह्मण के घर दान कर दें।
– अगर आप लंबी आयु का वरदान पाना चाहते हैं और ताकतवर बनना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन आप शनि स्तोत्र का पाठ करें। अगर शनि स्तोत्र आपके पास उपलब्ध न हो या आप उसे पढ़ने में समर्थ न हो तो शनि स्तोत्र का ऑडियो सुन लें। ऑडियो आपको इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध हो जाएगा।
– अगर आप अपने नये बिजनेस से संबंधित किसी लीगल मैटर में उलझ गये हैं, तो उससे बाहर निकलने के लिए शनिवार के दिन शनि स्तोत्र में दिये शनि देव के इस मंत्र का जप करें। मंत्र इस प्रकार है- अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तु ते। नमो मन्दगते तुभ्यं निस्त्रिंशाय नमोऽस्तुते।।
– अगर आप अपने शत्रुओं से परेशान हैं और उनसे छुटकारा पाना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन आप शनि देव के इस विशेष मंत्र का जप करें। मंत्र इस प्रकार है- ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ इस मंत्र का 21 बार जप करें और जाप करने के बाद पीपल के वृक्ष की जड़ में जल चढ़ाना न भूलें।