कोरबा/पाली, 25 सितंबर 2025 : छत्तीसगढ़ स्टेट पावर कंपनी (CSEB) में एक बार फिर तबादले को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कोरबा जिले के पाड़ीमार जोन में पदस्थ सहायक अभियंता माधुरी पटेल का नाम पिछले दिनों उस समय सुर्खियों में आया था, जब उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था। इसमें उन्होंने 64 वर्षीय लाइन इंस्पेक्टर चक्रधर कंवर, जो कि आदिवासी समाज से आते हैं, को अश्लील गालियां दी थीं।
इस विवाद के बाद कार्यपालन निदेशक आलोक कुमार अम्बस्थ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए माधुरी पटेल को कोरबा से हटाकर पेंड्रारोड अटैच कर दिया था। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि महज छह महीने के भीतर ही विभाग ने विवादित अधिकारी को दोबारा कोरबा जिले के पाली में पदस्थ कर दिया है।
कर्मचारियों का कहना है कि विभाग के इस निर्णय से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। जिस अधिकारी पर आदिवासी समाज के वरिष्ठ कर्मचारी को गाली-गलौज कर अपमानित करने का आरोप है, उसे जिले में पुनः पदस्थ करना निश्चित ही कर्मचारियों के मनोबल को तोड़ेगा। लाइन इंस्पेक्टर चक्रधर कंवर की छवि विभाग में एक सीधे-साधे और ईमानदार कर्मचारी की रही है। ऐसे में एक महिला अधिकारी द्वारा उन्हें गाली देना और फिर उसी अधिकारी का जिले में वापसी करना, कर्मचारियों में असंतोष को जन्म दे रहा है।
सख्त कार्रवाई की मांग
कर्मचारी संगठन और स्थानीय कर्मचारी मानते हैं कि विभाग को ऐसे विवादित अधिकारी पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी चाहिए। केवल औपचारिक तबादला कर देने से समस्या का समाधान नहीं होगा। कर्मचारियों का तर्क है कि यदि विवादित अधिकारियों को संरक्षण मिलता रहा तो यह परंपरा विभाग के अनुशासन और कार्यसंस्कृति पर नकारात्मक असर डालेगी। कोरबा जिले में गालीबाज सहायक अभियंता माधुरी पटेल की वापसी ने एक बार फिर विभागीय कार्यप्रणाली और उच्च अधिकारियों के निर्णयों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि कर्मचारियों की नाराज़गी और बढ़ते दबाव के बीच विभाग आगे क्या कदम उठाता है।