फिल्मी दुनिया चकाचौंध से भरी होती है, जिसके आगे कई बार इस इंडस्ट्री से ताल्लुक रखने वाले सेलेब्स की खुद की जिंदगी अंधेरे में डूबने लगती है। फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई कलाकार रहे, जिन्होंने भरी जवानी में मौत को गले लगा लिया। साल 2020 में सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने सबको चौंका दिया था। आज भी अभिनेता के फैंस उनके लिए न्याय मांग रहे हैं। ऐसे ही सालों पहले एक और एक्टर ने मौत को गले लगा लिया था, जिनकी मौत की गुत्थी आज तक नहीं सुलझ पाई है। इस एक्टर ने सोनाली बेंद्रे के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। लेकिन, अचानक उन्होंने ऐसा फैसला लिया, जिसने सबको चौंका दिया।
कुणाल सिंह की मौत
ये एक्टर हैं कुणाल सिंह, जो 90 के दशक के अंत और 2000 के शुरुआती दौर में काफी लोकप्रिय हुए। कुणाल ने सोनाली बेंद्रे के साथ अपना करियर शुरू किया, लेकिन अचानक उनकी मौत की खबर आई, जिसने लोगों के मन में सवाल खड़े कर दिए। अभिनेता की मौत के बाद उनके पिता ने दावा किया था कि ये कोई सुसाइड नहीं था, बल्कि कुणाल को ये कदम उठाने के लिए उकसाया गया था।
कधलार धिनम से किया डेब्यू
कुणाल का जन्म हरियाणा के कर्नल राजेंद्र सिंह के घर में हुआ। उन्होंने तमिल सिनेमा से बतौर लीड एक्टर अपने करियर की शुरुआत की। 1999 में सोनाली बेंद्रे के साथ ‘कधलार धिनम’ से डेब्यू किया। ये मूवी इतनी पॉपुलर हुई कि इसे मेकर्स ने हिंदी में भी डब किया और इसे ‘दिल ही दिल में’ के नाम से रिलीज किया। इस फिल्म का गाना ‘ऐ नाजनीन सुनो ना’ आज भी कल्ट माना जाता है।
पहली हिट के बाद सारी फिल्में फ्लॉप
हिट डेब्यू के बाद कुणाल ने कई और तमिल फिल्मों में काम किया, लेकिन उनकी कोई फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खास कमाल नहीं दिखा सकी। ऐसे में उनकी कई फिल्में डब्बा बंद हो गईं। कुछ शूट हुईं, लेकिन मेकर्स इसे रिलीज करने की हिम्मत नहीं जुटा सके। जब कुणाल को अच्छे रोल मिलना बंद हो गए तो उन्होंने भी एक्टिंग छोड़ असिस्टेंड एडिटर की नौकरी पकड़ ली और फिल्म मेकिंग की ओर बढ़ चले।
शादी, बच्चे और तलाक
कुणाल ने अनुराधा नाम की महिला से शादी की थी, उनकी दो बेटियां हुईं। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि कुणाल, अनुराधा के साथ खुश नहीं थे, क्योंकि उनकी नजदीकियां एक्ट्रेस लवीना भाटिया के साथ बढ़ रही थीं। अनुराधा को जैसे ही इस बात की भनक लगी, उन्होंने कुणाल को छोड़ दिया और अपने बच्चों के साथ अहमदानगर चली गईं और अपने माता-पिता के साथ रहने लगीं।
मौत के बाद पुलिस ने गर्लफ्रेंड को हिरासत में लिया
7 फरवरी 2008 को अचानक कुणाल की मौत की खबर ने सबको चौंका दिया। अभिनेता का शव एक्ट्रेस लवीना भाटिया के मुंबई स्थित घर में लटका हुआ पाया गया। कुणाल ने मौत से कुछ घंटे पहले ही लवीना और ‘योगी’ फिल्म की टीम के साथ मुलाकात की थी, जिसमें वह काम कर रहे थे। कुणाल की मौत के बाद पुलिस ने लवीना को हिरासत में ले लिया, क्योंकि अभिनेता की मौत के समय वही उनके साथ घर में मौजूद थीं।
गर्लफ्रेंड का बयान
पुलिस को दिए बयान में लवीना ने बताया था कि वह 10 मिनट के लिए वॉशरूम गई थीं और जब वापस लौटीं तो देखा कि कुणाल ने खुद को फांसी लगा ली है। लवीना के खिलाफ इस केस में कोई सबूत नहीं मिले। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें महीनों हिरासत में रखने के बाद रिहा कर दिया था। पुलिस को मामले में कोई गड़बड़ी नहीं मिली, ऐसे में इसे आत्महत्या का केस बताया गया। हालांकि, ये पहली बार नहीं था जब कुणाल ने आत्महत्या की कोशिश की थी, इससे पहले भी वह अपनी कलाई काटकर अपनी जान देने की कोशिश कर चुके थे।
फिर खोला गया केस
कुणाल सिंह के पिता ने दावा किया कि मामले में कोई गड़बड़ी है, उन्होंने कहा कि जब उन्होंने अस्पताल से कुणाल का शव लिया, उस पर कई चोट और कट के निशान थे। उन्होंने दावा किया कि कुणाल की हत्या के बाद इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई है। उनका कहना था कि – ‘कुणाल के दाहिने हाथ पर चोट के निशाने थे और साथ ही गर्दन पर बी। ऐसा लग रहा था जैसे कुणाल को गला घोंटने के बाद फांसी पर लटकाया गया हो।’
सीबीआई को सौंपा गया केस
कुणाल के पिता का कहना था कि जब कोई घर में मौजूद था तो वो आत्महत्या कैसे कर सकता है? कर्नल सिंह ने कहा कि पुलिस ने मामले को 45 मिनट के अंदर आत्महत्या बता दिया और कई फैक्ट्स को नजरअंदाज किया है। उन्होंने ये भी बताया कि मौत से एक घंटे पहले ही म्यूजिक डायरेक्टर डब्बू मलिक ने कुणाल को मैसेज करके अपने घर बुलाया था। कुणाल सिंह के पिता के दावे के बाद केस सीबीआई को सौंपा गया, लेकिन सीबीआई ने भी मामले को सुसाइड बताया था।