कोरबा छात्रावासों में अधीक्षकों की स्थायी उपस्थिति के लिए 3 करोड़ की लागत से 25 आश्रम छात्रावासों में अधीक्षक आवास का निर्माण कराया जाएगा। कलेक्टर अजीत वसंत ने डीएमएफ फंड से राशि की मंजूरी दी है। आवास निर्माण से छात्रावास में ही अधीक्षकों के रहने पर छात्रों को सुरक्षित माहौल मिल सकेगा। अधीक्षकों के लिए छात्रावास में ही आवास निर्माण के निर्णय से जिला प्रशासन ने छात्रों की शिक्षा, सुरक्षा व समग्र विकास को प्राथमिकता दी है। आश्रम छात्रावास में एक अधीक्षक आवास के निर्माण में 12 लाख रुपए की राशि की स्वीकृत मिली है।
जिसके तहत प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास माचाडोली, कोरबी-चोटिया, लैंगी, जलके, जटगा, लाफा, नोनबिर्रा, पाली, छुरी, जवाली, बिरदा, नोनबिर्रा, कोथारी, नोनदरहा व पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास कटघोरा में अधीक्षक आवास का निर्माण किया जाएगा। इसी तरह आदिवासी कन्या आश्रम तुमान, पाली व भैंसमा, आदिवासी बालक आश्रम जेमरा, चोढ़ा, मुरली, मदनपुर, चुइया व आदिवासी बिंझवार बालक आश्रम कनकी में अधीक्षक आवास निर्माण कार्य शामिल है।
आश्रम छात्रावासों में आवास निर्माण होने से छात्रावासों में अधीक्षकों की स्थायी उपस्थिति सुनिश्चित हो पाएगी। साथ ही छात्रावासों में अनुशासन और नियमित दिनचर्या बेहतर होगी। जिससे बच्चों को एक सुरक्षित और प्रेरणादायक वातावरण मिलेगा। पालकों के मन में भी उनके बच्चों की सुरक्षा और उचित देखरेख की भावना मजबूत होगी।