भारतीय टीम ने वनडे वर्ल्ड कप 2011 का खिताब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीता था, तब टीम इंडिया ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से शिकस्त दी थी। अब वनडे वर्ल्ड कप 2011 का खिताब जीतने वाली टीम के सदस्य रहे पीयूष चावला ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने इसकी जानकारी इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके दी है।
भारत के लिए जीते दो वर्ल्ड कप
पीयूष चावला ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा है कि दो दशक से ज्यादा समय बिताने के बाद अब खूबसूरत खेल को अलविदा कहने का समय आ गया है। भारत के लिए खेलने से लेकर टी20 वर्ल्ड कप 2007 और वनडे वर्ल्ड कप 2011 जीतने वाली टीम का हिस्सा बनने तक, इस बेहतरीन सफर में हर पल किसी वरदान जैसा रहा है। ये यादें मेरे दिल में बसी रहेंगी।
आईपीएल फ्रेंचाइजियों को दिया धन्यवाद
उन्होंने आगे लिखा है कि आईपीएल की उन फ्रेंचाइजियों को दिल से धन्यवाद, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया। पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस। आईपीएल मेरे करियर का एक खास अध्याय रहा है। मैं अपने कोचों केके गौतम और स्वर्गीय पंकज सारस्वत का दिल से आभारी हूं, जिन्होंने मुझे एक क्रिकेटर के रूप में निखारा। मेरे दिवंगत पिता के बिना यह खास सफर पूरा नहीं हो पाता।
मैं BCCI, UPCA (उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन) और JCA (गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन) को भी धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे एक क्रिकेटर के रूप में खुद को विकसित करने के मौके दिए। आज मेरे लिए बहुत ही भावनात्मक दिन है क्योंकि मैं आधिकारिक तौर पर इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से अपने संन्यास की घोषणा करता हूं। अब एक नया सफर शुरू करने के लिए उत्सुक हूं।
साल 2006 में किया था टेस्ट में डेब्यू
पीयूष चावला ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में साल 2006 में डेब्यू किया था। लेकिन खराब फॉर्म की वजह से वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे और उन्हें ज्यादा खेलने के मौके नहीं मिल पाए। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 3 टेस्ट मैचों में 7 विकेट हासिल किए। इसके अलावा 25 वनडे मैचों में उन्होंने 32 विकेट चटकाए। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके नाम पर 4 विकेट दर्ज हैं।
आईपीएल में झटके 192 विकेट
भले ही पीयूष चावला को इंटरनेशनल क्रिकेट में खेलने का मौका नहीं मिल पाया हो, लेकिन आईपीएल में उन्होंने जमकर जलवा बिखेरा और कुल 192 विकेट हासिल किए। पिछले सीजन वह मुंबई इंडियंस की टीम का हिस्सा थे।