कोरबा। जिले के उरगा और करतला थाना क्षेत्र में रेत का अवैध परिवहन खुलेआम जारी है। इस कार्य को अंजाम देने के लिए बिना नंबर प्लेट वाले ट्रैक्टरों का उपयोग किया जा रहा है।
जब इन ट्रैक्टर चालकों से रॉयल्टी की जानकारी पूछी गई, तो उन्होंने वाहन मालिकों से फोन पर बात कराई। लेकिन रॉयल्टी की जानकारी देने की बजाय खुद को पत्रकार बताने लगे। इससे साफ प्रतीत होता है कि अब अवैध रेत परिवहन को वैध दिखाने के लिए न्यूज़ चैनल का आईडी बनवाकर धड़ल्ले से कारोबार चलाया जा रहा है।
सुपातराई गांव के पास ट्रैक्टर चालक शत्रुघ्न ने बताया कि उसका ट्रैक्टर भैसामुड़ा खदान से रेत लेकर आ रहा है और इसके मालिक अजय अग्रवाल हैं।
वहीं करतला थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव के समीप एक अन्य चालक ने बताया कि उसका ट्रैक्टर विकास राठौर (निवासी चैनपुर) का है।
इसी तरह करतला और कोटमेर के बीच रेत ढो रहे ट्रैक्टर चालक अमृत ने जानकारी दी कि उसका ट्रैक्टर सित्तू साहू (निवासी सेंद्रीपाली) का है।
गौरतलब है कि अवैध रेत परिवहन पर रोक लगाने के लिए कोरबा कलेक्टर द्वारा विशेष टास्क फोर्स टीम का गठन किया गया था। इसके बावजूद यह कारोबार बदस्तूर जारी है।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या खनिज विभाग को इन गतिविधियों की जानकारी नहीं है, या फिर जानकारी होने के बावजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है?