कोरबा छत्तीसगढ़ – एसईसीएल की मानिकपुर खदान में कार्यरत ठेका कंपनी कलिंगा के मैनेजर चक्रधर मोहंती और चालकों के बीच शनिवार को गंभीर विवाद हो गया। जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गया। घटना के बाद ड्राइवर को बाउंसरों और गार्ड के द्वारा पीटा गया जिसमें कई ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हुए।
सूत्रों के अनुसार, विवाद की शुरुआत तब हुई जब कंपनी ने कुछ चालकों का तबादला उड़ीसा करने का आदेश दिया। चालकों का कहना है कि वे सभी पास के ही गांवों के निवासी हैं और स्थानांतरण के निर्णय से वे असहमत हैं। फिर ड्राइवर ने बताया कि मोहंती के द्वारा बोला गया कि अगर कोरबा में ही रहकर ड्यूटी करना है तो 50 से 70 हजार रुपए मुझे दो और गेवरा कुसमुंडा में मैं रखवा देता हूं. जिस पर भू स्थापित और ड्राइवर के द्वारा नाराजगी जाहिर किया गया, इसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हुई, जो कुछ ही देर में कलिंगा कंपनी के बाउंसरों के द्वारा और मैनेजर चक्रधर मोहंती के द्वारा मारपीट करना शुरू कर दिए। इसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट की घटना हुई।
चालकों का आरोप है कि विवाद के दौरान कंपनी के गार्ड और बाउंसरों ने उनके साथ मारपीट की। वहीं मैनेजर मोहंती के द्वारा मारपीट और जातिगत गाली गलौज भी किया गया है। घटना के बाद बड़ी संख्या में चालक मानिकपुर पुलिस चौकी पहुंचे थे। और चौकी के बाहर भू विस्थापितों और ड्राइवरों ने कलिंगा कंपनी के मैनेजर चक्रधर मोहंती और उनके बाउंसरों के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिए। जिसके बाद घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मानिकपुर चौकी पहुंचे वहीं पुलिस बल मौके पर तैनात किए गए। कोरबा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के अलावा कोरबा सीएसपी और पुलिसकर्मी मोर्चा संभाले हुए थे। जिसके बाद कलिंगा कंपनी के मैनेजर चक्रधर मोहंती और उनके बाउंसरो के ऊपर अनेक धाराओं पर मामला दर्ज हुआ।