कोरबा जिले के सरंगबुदिया एरिया के अमतीभाटा गांव में डा प्रदीप कश्यप के द्वारा सुरुचि क्लिनिक का संचातन नियम विरुद्ध किया जाते आ रहा है. इसके खिलाफ कई बार शिकायतें हुई है, और उक्त क्लीनिक का ब्लॉक स्तरीय मेडिकल टीम के द्वारा निरीक्षण भी किया गया है. जहां पर अवैध रूप से इलाज करना व अवैधानिक रूप से दावावीं का जखीरा रखना पाया गया था. अपने अधिकार क्षेत्र के बाहर जाकर मरीज का इलाज करने संबंधी नोटिस भी जांच उपरांत विकासखंत चिकित्ला अधिकारी के द्वारा दिया गया है. आए दिन ग्रामीण से चिकित्सा के नाम पर उक्त डॉक्टर के द्वारा सूट किया जाता है, उक्त व्यक्ति अपने निवास पर ही क्लीनिक की आड़ में हॉस्पिटल का संचालन कर रहा है. मरीज को एडमिट भी करता है. उनका ब्लड भी निकलता है. और उन्हें सिरिंज भी लगता है, उन्हें एलोपैथिक दवाइया भी अपने क्लीनिक से देता है. जबकि उक्त डॉक्टर आयुर्वेद डॉक्टर है उन्हें एलोपैथिक पद्धति से सभी रोगों का इलाज करने की अनुमति बिल्कुल नहीं मिली है, लेकिन सीधे-साधे ग्रामीणों से पैसा लुटने के इरादे से किसी भी रोग का इलाज करते रहता है कई बार उक्त क्लीनिका से मरीज का ब्लड सैंपल भी लिऐ जाते है. जबकि उनके पास कोई भी ब्लड लेब की व्यवस्था नहीं है. कई बार उक्त क्लिनिक की जांच मेडिकल टीम के द्वारा की गई है, और बराबर कमियां मिली है. उक्त क्लीनिक में जब भी कोई समाचार के निष्पादन के लिए फोटो या कर्जन लेने कोई पत्रकार जाता है, तो उसके ऊपर लेनदेन का आरोप लगाकर अपनी नाकामी को छुपाने की कोशिश करता है. इस तरह जब में (प्रमोद गुप्ता) और मेरे साथी (राजकुमार दुबे) के द्वारा दिनांक 21-09-2025 को उक्त क्लिनिक की खबर के लिए डॉक्टर से चर्चा की गई तो उक्त डाक्टर अपनी कमियों के उजागर होने की डर से घबराहट में आकर मेरे से उलझने की कोशिश करने लगा एवं उसके दी बार लोग मेरे माइक और मोबाइल को छीनने की कोशिश करने लगे. मेरे द्वारा समाचार निष्पादन के लिए जब उसके क्लीनिक में जाया गया था तब मेरे द्वारा पूरी वीडियोधाफी की गई है और उक्त संस्था में लगी सीसीटीवी में भी पूरी एक्टिविटी रिकॉर्ड हुई है, मेरे द्वारा किसी प्रकार की कोई भी ना ती हरकत की गई है और ना ही किसी प्रकार से कोई पैसे की मांग की गई है, उक्त डॉक्टर के द्वारा की जा रही गलत इलाज व गलत रूप से क्लीनिक का संचालन से संबंधित मेरे द्वारा समाचार दिनांक 22-9-2025 लगाया गया तो उससे क्षुब्ध होकर उक्त व्यक्ति मेरे विरुद्ध एवं मेरे साथी के विरुद्ध शिकायत पत्र आपके कार्यालय में दिपा है, जबकि उसके द्वारा की गई शिकायत पूरी तरह से झूठी एवं निराधार है. मेरे अलावा दबंग केसरी समाचार पत्र, दैनिक गोल्ड समाचार पत्र, एवं SN न्यूज इंडिया में वा मेरे द्वारा समाचार का प्रकाशन करने वाली PG न्यूज में दिनांक 22-09-2025 को समाचार चलाया गया है.
अगर डॉक्टर के द्वारा की जाने वाली हरकती का समाचार का निष्पादन नहीं किया जाएगा, तो जनता व अधिकारियों तक उनकी असलियत कैसे पता चलेगा, पत्रकारिता को बदनाम करने के नियत से उक्त डाक्टर पत्रकारों पर आरोप लगाते रहता है. उक्त डॉक्टर के द्वारा आयुर्वेद की डिग्री रखकर संपूर्ण एलोपैधिक पद्धति से इलाज करना किसी भी कीमत में जायज नहीं है आपसे निवेदन है कि उनकी भी शिकायत पर और मेरी भी शिकायत पर जांच कराई जाए, और जांच उपरांत जो उचित कार्यवाही हो वह की जाए, आयुर्वेद डॉक्टर को कई एलोपैथिक दवा को क्लीनिक पर रखकर बेचने का विल्कुल भी अधिकार प्राप्त नहीं है. और ना ही पूरी तरह से एलोपैधिक के हर मरीज की इलाज करने की अनुमति है. सीधे-साधे ग्रामीणों को लूटने के इरादे से इसके द्वारा इलाज किया जाता है. कई पत्रकारों को तो डॉक्टर प्रदीप कश्यप के द्वारा समाचार निष्पादन के परिपेक्ष में नोटिस जारी कर लिखित रूप से पैसे की मांग की गई है. इसमें से आधार स्तंभ के प्रधान संपादक महेंद्र महतो भी शामिल है, उक्त डाक्टर के क्लीनिक में लगे हुए सीसीटीवी के सितंबर 25 के पूरे महीने व घटना दिनांक तक का वीडियो वह फोटो संरक्षित रखवाया जाए ताकि जांच निष्पक्ष रूप से पारदर्शी प्रक्रिया के तहत संपन्न हो सके, क्योंकि सीसीटीवी में जितने मरीजों का इलाज इन्होंने किया है वह भी रिकॉर्ड में है किस मरीज का किस रोग का इलाज इनके द्वारा किया गया है और मेरे द्वारा वहां जाकर किस तरह का व्यवहार किया गया है, उक्त क्लीनिक वह डॉक्टर के खिलाफ की गई जांच के उपरांत भेजे गए नोटिस की प्रति इस आवेदन के साथ संलग्न है एवं कुछ समाचार पत्र की छाया प्रति भी संलन की जा रही है, जिससे यह सुनिक्षित हो जाता है कि उक्त डॉक्टर के द्वारा किस तरह का इलाज किया जा रहा है. और उसके इलाज में क्या खामियां हैं. और किस कमियों को छुपाने के उद्देश्य से उसके द्वारा मेरे व मेरे जैसे पत्रकारों के विरुद्ध शिकायतें की जाती हैं,
प्रतिलिपि (करवाई हेतु)
धन्यवाद
1. श्रीमान कलेक्टर महोदय कोरबा छत्तीसगढ़
2. प्रदेश अध्यक्ष सक्रीय पत्रकार संघ (छ.ग.)
3 . जिला चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी, कोरबा छत्तीसगढ़
4 . विकासखंड चिकित्सा अधिकारी करतला कोरबा छ.ग
5. पुलिस थाना/चौकी उरमा कोरबा छत्तीसगढ़
6 . स्थानीय समाचार पत्र एवं डिजिटल मीडिया
2519 1. उक्त क्लिनिक के विरुद्ध जारी किये गए खंठ चिकित्सा अधिकारी