कोरबा में नेत्रदान की पहल शुरू हो गई है। जांजगीर जिले के ग्राम पचौली निवासी पिला दाऊ सतनामी की मौत के बाद उनकी आंखों का दान किया गया। कोरबा मेडिकल कॉलेज की टीम ने रात करीब 1 बजे जांजगीर जाकर कॉर्निया निकाला। इसे सिम्स में किसी जरूरतमंद को प्रत्यारोपण के लिए भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक, पिला दाऊ सतनामी पिछले 10 दिन से बीमार थीं। उन्होंने कहा था कि मौत के बाद देह दान करने को कहा था। सोमवार को उनकी मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के डीन को दिया। जिसके बाद डॉक्टरों की टीम गांव पहुंची। डीन डॉक्टर केके सहारे ने कहा कि कोरबा अब उन शहरों में शामिल हो गया है, जहां नेत्रदान की सुविधा उपलब्ध है।

बता दें कि भारत विकास परिषद पिछले दो सालों से कोरबा में नेत्रदान और देहदान के लिए माहौल बनाने में जुटी थी। परिषद के महेश गुप्ता ने बताया कि जो लोग नेत्रदान देहदान करते हैं उनके परिजनों को सरकार सम्मानित करें ऐसा भी प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है कि इसमें भी शीघ्र ही सफलता प्राप्त होगी।