कोरबा/पाली:- पाली स्थित देशी- अंग्रेजी शराब दुकान के पास संचालित चखना सेंटर संचालक की मनमानी नगर के स्वच्छता पर ग्रहण लगाने के साथ पर्यावरण और गायों के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है। जहां पर गंदगी का बड़ा आलम देखने को मिल रहा है और जहां शराब सेवन कर फेंके गए पानी पाउच, डिस्पोजल का अंबार लगा हुआ है। जिससे न केवल अहाता सेंटर बड़ी बीमारी को न्योता दे रहा है, बल्कि नगर के स्वच्छता अभियान को भी ठेंगा दिखाने में तूला हुआ है। वहीं फेंके गए डिस्पोजल और पानी पाउच को गाय, मवेशी खा रहे है। वनभूमि पर अवैध तरीके से संचालित चखना सेंटर की गतिविधि की ओर ना वन ना आबकारी और ना ही नगर पंचायत का ध्यान है। ऐसे में कोई कार्रवाई नही होने से आसपास रहवासियों को भी गंदगी व बदबू का सामना करना पड़ रहा है। संचालित शराब दुकान के पास चखना सेंटर से आसपास स्थिति खराब है। दुकान संचालक को वहां फैली गंदगी को साफ कराने का जिम्मा उठाना चाहिए, लेकिन वह ऐसा नही कर रहा है। लोग भी गंदगी फैलाने में पीछे नही है और शराब दुकान के पास ही शराब पीने के बाद शराब की बोतल व डिस्पोजल, पानी पाउच फेंक देते है। जिसके कारण हमेशा ही गंदगी फैली रहती है, जिस ओर आबकारी विभाग का ध्यान नही है। जबकि नगर पंचायत को भी दुकान संचालक पर गंदगी फैलाने को लेकर कार्रवाई की जानी चाहिए, वह भी मौन साधे हुए है। वहीं वन विभाग भी वनभूमि पर बेजा तरीके से संचालित दुकान को हटाने की दिशा में उदासीन रवैया अपनाया हुआ है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि अहाता सेंटर संचालक की मनमानी आबकारी, वन, नगर प्रशासन पर भारी पड़ रहा है। जिस ओर देखने और बोलने वाला कोई नही है।
Subscribe to Updates
Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.