कोरबा (छत्तीसगढ़), 19 अगस्त 2025:कोरबा जिले के कटघोरा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत खोडरी में आदिवासी किसानों की जमीन पर बिना मुआवज़ा दिए जबरन कब्जा करने के आरोप SECL कुसमुंडा प्रबंधन पर लग रहे हैं। इस जबरदस्ती के खिलाफ ग्राम की महिलाएं मुखर होकर सड़क पर उतर आई हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुसमुंडा क्षेत्र में स्थित कृषि भूमि को बिना किसी कानूनी प्रक्रिया और उचित मुआवज़ा दिए बलपूर्वक अधिग्रहित किया जा रहा है। इससे आक्रोशित ग्रामीण आदिवासी महिलाएं अपनी जमीन की रक्षा के लिए विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। महिलाओं ने यहां तक कह दिया है कि वे अपनी भूमि के लिए जान तक देने को तैयार हैं।
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व ग्राम खोडरी की शिक्षित आदिवासी महिला शिवकुमारी कंवर (शिक्षा – एम.ए.) कर रही हैं। उन्होंने प्रशासन और SECL प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह आदिवासी अधिकारों और आजीविका पर सीधा हमला है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह ज़मीन पीढ़ियों से उनकी आजीविका का एकमात्र स्रोत रही है, और बिना किसी पूर्व सूचना या समझौते के जबरदस्ती कब्ज़ा करना संविधान और कानून दोनों का उल्लंघन है।
प्रदर्शनकारियों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि तत्काल प्रभाव से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को रोका जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
वर्तमान में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, वहीं प्रशासन की ओर से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है।