कोरबा : छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका दो दिन के प्रवास पर कोरबा में हैं। आज दूसरे दिन उन्होंने एनटीपीसी कावेरी भवन और जिला मुख्यालय में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधे लगाए। इसके बाद अधिकारियों की बैठक ली। पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक में उनका प्रवास है। राज्यपाल के दौरे को देखते हुए प्रशासन ने सख्त व्यवस्था कर रखी है। इससे सडक़ों का नजारा बदला हुआ देखा गया।

पिछली शाम राज्यपाल जिले में पहुंचे। एनटीपीसी में उनकी अधिकारियों ने अगवानी की। आज सुबह अभियान के तहत राज्यपाल ने एनटीपीसी क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य को मजबूती देने वाले अभियान में भागीदारी की और स्मृतियों को जीवंत रखने पौधा लगाया। एनटीपीसी प्रशासन के अधिकारियों द्वारा भी इस क्षेत्र में पौधे लगाए गए। संकल्प लिया गया कि जिस स्थिति में आज ये पौधे लगे हैं आगे भी इनकी यही दशा होना चाहिए ताकि दूसरों को प्रेरणा मिल सके। एनटीपीसी के कार्यक्रम के बाद राज्यपाल श्री डेका अपने काफिले के साथ कोरबा के लिए रवाना हुए। यहां पर उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक ली। विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन और छत्तीसगढ़ की समृद्धि की प्रगति के हर रास्ते पर अग्रणी रहने को लेकर इसमें फोकस किया गया। नीतिगत मामलों पर भी यहां संवाद हुआ। राज्यपाल ने अधिकारियों को सकारात्मक रूप से कामकाज करते हुए सर्वहारा वर्ग के हितों के संरक्षण पर विशेष ध्यान देने को कहा। कहा गया कि अधिकारियों से जन सामान्य की अपेक्षाएं होती है। सामान्य समास्याओं के निराकरण को लेकर लोग अपेक्षा करते हैं इसलिए इस दिशा में सक्रियता से काम किया जाना चाहिए। बैठक में अधिकारियों से संवाद के साथ कुछ मसलों पर व्यवहारिक समस्या भी जानी गई। व्यस्त कार्यक्रम के अंतर्गत राज्यपाल श्री डेका दोपहर को पोड़ी उपरोड़ा पहुंचेंगे। वहां भी क्षेत्र के अधिकारियों के साथ बैठक लेने के साथ कई बिंदुओं पर उनका मार्गदर्शन किया जाएगा। क्षेत्र में विकास की संभावनाओं को आगे बढ़ाने और लोगों की अपेक्षा की कसौटी पर खरा उतरने का आग्रह भी होना संभावित है।

सडक़ पर नहीं नजर आए मवेशी
वीआईपी के दौरे को ध्यान में रखते हुए जिला मुख्यालय में पहली बार बड़े स्तर पर तैयारी की गई। इसे सख्ती से फॉलो किया गया। इसके अंतर्गत उन रास्तों पर मवेशी आज नजर नहीं आए जहां से राज्यपाल के काफिले को गुजरना था। इसके लिए उस टीम को जिम्मेदारी दी गई जिसे निगरानी करने के लिए पहले से कहा गया है। याद रहे कुछ दिन पहले से ही नगर निगम के द्वारा शहरी क्षेत्र में अभियान प्रारंभ करते हुए 75 से ज्यादा मवेशियों की धरपकड़ की गई और गोकुलनगर गोठान भेज दिया गया। निगम का कहना है कि अनेक पशुपालकों के द्वारा यूज एंड थ्रो के सिद्धांत पर ऐसे मवेशी पाले गए और जब मतलब निकल गया तो उन्हें छोड़ दिया गया। ये आवागमन के लिए बाधा बन रहे हैं और इनसे दुर्घटनाएं हो रही है।

व्यवसाय थमा रहा वीआईपी रोड में
स्थानीय स्तर पर की गई कोशिश के तहत शनिवार को बुधवारी चौक से वीआईपी रोड के हिस्से में व्यवसायिक गतिविधियां थमी रही। सामान्य तौर पर यहां सुबह से रोड के आसपास ठेले-टपरे लग जाते हैं और दूसरी दुकानें खुल जाती है। जबकि सीएसईबी काम्प्लेक्स में संचालित दुकानें 10.30 के आसपास शुरू होती है। ऐसे में अलग-अलग काम के लिए सडक़ के आसपास भीड़भाड़ होना स्वाभाविक है। इस रास्ते से वीआईपी काफिला गुजरने पर समस्याओं की संभावना को देखते हुए संबंधितों को कह दिया गया कि दोपहर 3 बजे के बाद वे अपना काम शुरू करें। मवेशियों को हटाने का काम पहले ही कर लिया गया था और दूसरी चुनौतियों के लिए लोगों को निर्देशित कर दिया गया। चर्चा रही कि इस तरह का प्रयोग कोरबा में पहली बार किया गया है। शहर ने कई दौरे पहले भी देखे हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

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