बांकीमोंगरा (छत्तीसगढ़), 5 जुलाई 2025:
नगर पालिका परिषद बांकीमोंगरा के भाजपा पार्षद व पीआईसी सदस्य दिलीप दाश द्वारा पत्रकारों पर झूठा आरोप लगाने और मानसिक प्रताड़ना देने का मामला गरमा गया है। पत्रकारों ने कुसमुंडा थाना पहुंचकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायतकर्ताओं में प्रमुख रूप से विकास सोनी (एनए छत्तीसगढ़ न्यूज़ रिपोर्टर व छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ बांकीमोंगरा इकाई उपाध्यक्ष), ओम प्रकाश पटेल (सीजी ई-खबर पोर्टल प्रमुख संपादक व सर्व पत्रकार एकता महासंघ छत्तीसगढ़ जिला सचिव), अमर भारद्वाज (डीएम इंडिया न्यूज़ कोरबा जिला ब्यूरो प्रमुख) सहित और अन्य पत्रकार शामिल रहे। सभी पत्रकारों ने एकजुट होकर थाना पहुंच कर दिलीप दास के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
क्या है मामला?
दरअसल, 4 जुलाई 2025 को भाजपा पार्षद दिलीप दाश ने एक लिखित शिकायत में आरोप लगाया था कि विकास सोनी(NA छत्तीसगढ़ न्यूज़), ओम प्रकाश पटेल (CG ई खबर)व अमर भारद्वाज (DM इण्डिया न्यूज़) पत्रकारो के खिलाफ झूठी खबरें चला कर पैसे वसूलने का प्रयास कर रहे हैं। उनका आरोप था कि इन पत्रकारों ने गलत मंशा से उनके खिलाफ खबरें प्रसारित कीं।
लेकिन पत्रकारों का दावा है कि उन्होंने 2 जुलाई 2025 को वार्ड क्रमांक 25, गेवरा बस्ती में हो रहे घटिया सीसी रोड निर्माण को लेकर ग्राउंड रिपोर्टिंग की थी। रिपोर्ट में सड़क निर्माण में घटिया सामग्री, मानकों की अनदेखी, सड़क की मोटाई में भारी अंतर और वाइब्रेटर मशीन के इस्तेमाल न किए जाने जैसे गंभीर मुद्दे उजागर किए गए थे।
विकास सोनी (एनए छत्तीसगढ़ न्यूज़ रिपोर्टर) व ओम प्रकाश पटेल (CG ई खबर प्रमुख संपादक) ने जब जांच किया कि ठेका किसका है तो उसमें उमेश राठौर का नाम लिखा था जब यह बात सामने आई कि काम कर रहे मजदूर दिलीप दाश का नाम ले रहे हैं तो इसमें उमेश राठौर का नाम कैसे लिखा है इसकी जांच के लिए उमेश राठौर को कॉल किया गया तब पता चला कि फर्म उमेश राठौर का है मगर उस फर्म को उपयोग कर दिलीप दाश वार्ड नं. 23 में CC रोड का कार्य करवा रहा है। जिसका रिकार्डिंग भी उपलब्ध है।
स्थानीय नागरिकों और मजदूरों के बयानों के साथ वीडियो फुटेज, फोटो और अन्य सबूत भी समाचार में प्रकाशित किए गए थे।
रिपोर्ट में ठेकेदार के तौर पर दिलीप दाश का नाम सामने आया था, जो वार्ड क्रमांक 23 के पार्षद भी हैं। इस पर दिलीप दाश ने उल्टा पत्रकारों पर ही झूठा आरोप लगाया।
पत्रकारों का कहना:
पत्रकारों का साफ कहना है कि उन्होंने जनता के हक में सच्चाई उजागर की है, इसके जवाब में उन पर झूठे आरोप लगाकर उनकी छवि धूमिल करने और मानसिक प्रताड़ना देने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने थाना में दिए आवेदन में मांग की है कि दिलीप दास के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी जनप्रतिनिधि सच दिखाने वाले पत्रकारों को दबाने की कोशिश न कर सके।
क्या बोले सर्व पत्रकार एकता महासंघ छत्तीसगढ़ व छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रतिनिधि:
स्थानीय पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं करता, तो पत्रकार संगठन आंदोलन की राह अपनाएगा।
अब निगाहें प्रशासन पर:
इस मामले ने बांकीमोंगरा की राजनीति और पत्रकारिता जगत में हलचल मचा दी है। अब देखना है कि पुलिस व प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या कदम उठाते हैं।
तथ्य:
रिपोर्टिंग में लगाए गए सभी आरोपों के साथ सबूत मौजूद हैं।
दिलीप दास पार्षद व पीआईसी सदस्य हैं।
पत्रकारों ने सामूहिक रूप से शिकायत दर्ज कराई है।
न्याय की मांग तेज़ हो गई है।